क्या आपके पास जनपरिवहन के बारे में कोई शिकायत है - ट्रेन, बस, ट्राम, टिकट, जुर्माना या जनपरिवहन सेवाओं से संबंधित कुछ और?
यदि आप जनपरिवहन कंपनी के साथ समस्या का समाधान न कर पाएँ, तो आप जनपरिवहन लोकपाल (पीटीओ) के पास शिकायत कर सकते/ती हैं। जनपरिवहन शिकायतों की जांच और समाधान करना हमारा काम है। हमारी सेवा निःशुल्क है।
हम आपकी मदद कैसे करते हैं:
हम यह सुनिश्चित करने के लिए आपकी शिकायत को सुनते हैं कि हमने समस्या के, और इस बारे में समझ लिया है कि आप इसे ठीक कैसे करना चाहते/ती हैं। फिर हम आपकी ओर से जनपरिवहन कंपनी के साथ बात करते हैं और आप दोनों को उचित परिणाम प्राप्त करने में सहायता देते हैं।
यदि आप हमारे साथ हिंदी में बात करना चाहते/ती हैं, तो हमसे संपर्क करते समय यह बताएँ और हम आपके लिए एक दुभाषिए की व्यवस्था करेंगे। या आप सीधे दुभाषिए को कॉल कर सकते/ती हैं।
आप अपनी ओर से किसी अन्य व्यक्ति द्वारा भी हमसे बात करवा सकते/ती हैं।
हमसे संपर्क करने के लिए:
नि:शुल्क कॉल: 1800 466 865 (सोमवार - शुक्रवार, 09:00 – 17:00)
ईमेल:
दुभाषिए के लिए अनुवाद और दुभाषिया सेवा (टीआईएस) को 131 450 पर कॉल करें।
हम इस बारे में शिकायतों के साथ आपकी मदद कर सकते हैं:
- ट्रेन, बस या ट्राम में विलंब होना या रद्द किया जाना
- Myki और अन्य टिकट-संबंधी समस्याएँ
- जनपरिवहन के जुर्माने (कुछ परिस्थितियों में)
- जनपरिवहन कर्मचारी
- सुलभता-संबंधी मुद्दे, जो आपके लिए जनपरिवहन वाहनों, स्टेशनों या स्टॉप्स, जानकारी (जैसे समय-सारिणियों) या सेवाओं (जैसे टिकट खरीदने) की सुलभता में कठिनाई पैदा करते हैं
- जनपरिवहन कार्यों के कारण होने वाला शोर या अन्य बाधाएँ
- वाहनों, स्टेशनों या स्टॉप्स की सुरक्षा या स्वच्छता
पीटीओ में शिकायत करने से सभी के लिए जनपरिवहन बेहतर बनाने में मदद कैसे मिल सकती है
जनपरिवहन एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक सेवा है। हमारे समुदाय में कई लोग इस पर निर्भर करते हैं। यदि आपके पास जनपरिवहन से संबंधित समस्या है जिसे कंपनी ने ठीक नहीं किया है, तो यह संभव है कि अन्य लोगों को भी यही समस्या हो। शिकायत करने से सभी के लिए जनपरिवहन को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
The Public Transport Ombudsman respectfully acknowledges the traditional custodians of the land on which we operate our services. We pay our respects to the ongoing living cultures of Aboriginal peoples, and to Elders past, present and future.